परिहासे करे। नयन कटाक्षी करे। आपो न हाते। परहाते। वज्र पानी पिबेच्चांगे डाकिनी डापिनी रक्षोव सर्वांगे। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, तांत्रिक साधना में जो मंत्र इस्तेमाल किए जाते हैं, उन्हें सबसे पहले सिद्ध किया जाता है और उसके बाद ही उसका इस्तेमाल किया जाता है जियति संचारे। https://vashikaran34432.ampedpages.com/the-definitive-guide-to-vashikaran-62315722