ईश् निंदा कभी भी न करें और किसी को भी कभी तीर्थस्थान की यात्रा करने से न रोकें. ऐसा करने से जल्द से जल्द समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है. नौवें भाव में केतु उच्च का और राहु नीच का माना गया है। यदि आपकी कुंडली में यह स्थिति https://troyaovcg.blogzag.com/76216369/top-latest-five-kismat-ka-upay-urban-news